हमारे ब्लॉग में जीवन और सामाजिक मुद्दों पर मेरे कुछ प्रेरक उदगार है मुझे पूरा विश्वास है कि वह आपको भी अपने अंदाज में अवश्य छू पाएंगे, क्योंकि यदि आप सहृदय हैं.तब वह आपकी भी अनुभूतियाँ अवश्य ही हैं.
मंगलवार, 10 जून 2014
~~~~~तस्वीर ~~~~~
फाड़ कर यूँ तस्वीर हैरान हूँ |
हँसती रही यादें मैं वीरान हूँ |
तेरी बेवफ़ाइयों के सितम हैं ..
फिर भी क्यूँ ...मैं परेशान हूँ ||
----------अलका गुप्ता----------
Fad kar yun tasvir hairaan hun.
Hansti rahi yaaden main veeraan hun.
Teri bevafaaiyon ke sitam hain ...
Fir bhi kyun....main pareshaan hun .
--------------------Alka Gupta---------------
फाड़ कर यूँ तस्वीर हैरान हूँ |
हँसती रही यादें मैं वीरान हूँ |
तेरी बेवफ़ाइयों के सितम हैं ..
फिर भी क्यूँ ...मैं परेशान हूँ ||
----------अलका गुप्ता----------
Fad kar yun tasvir hairaan hun.
Hansti rahi yaaden main veeraan hun.
Teri bevafaaiyon ke sitam hain ...
Fir bhi kyun....main pareshaan hun .
--------------------Alka Gupta---------------
सदस्यता लें
संदेश (Atom)