रविवार, 13 अक्तूबर 2013

जगत जननी माँ सर्वज्ञे जगदम्बे भवानी !
महामाये माँ हस्त शंख चक्र गदा धारनी !
हे पद्मासिने परब्रह्मस्वरूपणी देवी परमेशरी..
इष्टसिद्धि हेतु करो कृपा सर्वकार्य विधायिनी ||

------------------अलका गुप्ता -------------------

1 टिप्पणी:

  1. होती विजय
    असत्य पे सत्य की
    चाहें हो देर (१)

    सिखाता यही
    विजय दशमी का
    त्यौहार यह (२)

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