सोमवार, 24 दिसंबर 2012

माँ

सृष्टि का वरदान !प्रथम तू ही है....मेरी माँ !
इस सृष्टि से पहले,तुझे ही जाना है मेरी माँ !
प्रथम तेरे स्वार्थ की अंतिम चाह भी...मैं हूँ |
हर दर्द...हर आह के साथ याद आती है माँ !!

----------------अलका गुप्ता -----------------
 

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